सपनों की दुनिया | World of Dreams
सपनों की दुनिया की बात ही कुछ निराली है, रुपयों का यहां कोई मोल नहीं एक मन की तमन्ना ही काफी है। इस दुनिया का कोई नियम नहीं, यह सबकी नींदों में आनी है। रात ढले, यह बस जाए, सुबह होते ही उजड़ जानी है यह सपनों की दुनिया है यहां जो चाहे.. वो राजा और जो चाहे वो रानी है।