Tu bacha legi mujhe | I know you will save me

उम्मीदों के जलते चिराग अब बुझने से लगे थे| नाकामियों के घने साए अब और भी ज्यादा डराने लगे थे| तू आई इस क़दर मेरी जिंदगी में कि सालों पुराने घाव भी अब भरने लगे थे| अब नहीं डर लगता जिंदगी की किसी भी चाल से जानता हूं, तू बचा लेगी मुझे सामने आते हर…

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प्यार का इज़हार | Confession of Love

प्यार का इज़हार कर चुके हो तो, अच्छा है! दिल की रजा होठों पर ला चुके हो तो, अच्छा है! प्यार का कबूलनामा मिले न मिले दुआओ में अपनी उन्हें जगह दे चुके हो तो, अच्छा है! तेरे आने की उम्मीद ना ही करूं, तो अच्छा होगा तू जहां रहे वहां खुश रहे, ये मेरे…

सोहनी – महीवाल | Sohni Mahiwal

कुछ तो कमाल है हमारी इस जोड़ी में कि एक दूसरे के सिवा हमें कुछ दिखता नहीं। दुनिया क्या सोचती है हमारे बारे में… ये कभी हम दोनो को सूझता नहीं। अकेले हम हों या अकेले तुम हों हम दोनों में ही कुछ खास नहीं। पर जब होते हैं हम एक दूसरे के साथ तो…

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प्यार का नशा

जिंदगी से सीखा है हौसला बनाए रखना। कितनी भी गहरी खाई में गिरें हों ऊपर आने की कोशिश करते रहना। प्यार का नशा कुछ ऐसा है जो कभी ना ही उतरे तो बेहतर है। काश! इस नशे में सिर्फ हम न डूबे, हमें नशे में रखने वाला भी हमारे साथ हो। मौसम तो फिर भी…

पागलपन | Madness

तेरे साथ होता हूं तो, वक्त का कुछ पता ही नहीं चलता । तुझमें खो जाता हूं इतना, कि बाकी बातों का कुछ याद ही नहीं रहता । लोग कहते हैं कि पागल हो गया हूं ! अब कौन उन्हें बताए, कि वो प्यार ही किया जिसमें पागलपन का कुछ निशान नहीं होता ।

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तेरे दिए घाव | Wounds given by you

तेरे दिए घाव दर्द दे रहे हैं पर इन्हें नासूर नहीं बनने दूंगी मैं। इस दर्द से मजबूत बन इन्हीं घावों को खुद ही भर लूंगी मैं। तू मेरी छोड़, अपना ध्यान रखना! कहीं मुझे घाव देने की वजह से तू अपना नुकसान ना कर लेना।

इश्क़ आसान नहीं | Love isn’t easy

इश्क़ आसान नहीं होता, ये हर जगह पढ़ चुके हैं हम । इश्क़ इम्तिहान लेता है, ये दोस्तों से सुन चुके हैं हम । पर, इश्क रब से रूबरू भी कराता है, ये महसूस करना चाहते हैं तेरे संग हम ।

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टूटा है दिल

अमावस की काली रात थी, ना कहीं रोशनी, ना कोई आवाज़ थी। इतने में एक आघात हुआ, किसी का दिल टूटा, इसका पूर्ण एहसास हुआ। देख नहीं पाया मैं आंसूओं की धारा, पर उस पल से ही बदल गया मेरा जीवन सारा। ढूंढने जो निकला तो कुछ नज़र ना आया समझ चुका था मैं कि…

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तेरी याद

तेरी याद में अक्सर हम तेरी गलियों से गुजरा करते हैं। कहीं से भी तू दिख जाए, ये मन में कामना किए चलते हैं। पर मन में डर भी होता है कि तू सामने आ जाएगी तो क्या करेंगे! तुझे देख कर भी अनदेखा तो हम कर नहीं पाएंगे, पर ये नौबत ही कभी नसीब…

मोहब्बत

अगर देखा जाए तो मेहरबा हमारा इतना भी बेफ्रिक नहीं। रुलाइयां देता है तो अटखेलियों के मौके भी, मुश्किलें हजारों दी हैं तो अपनों का साथ भी। फकीरी की चादर दी है तो आगे बढ़ने के लिए ज्ञान भी, अनजानों से रुसवाई दी है तो खुद से मोहब्बत भी।