किताबें | Books
किताबों के बोझ तले, खुद को दबा लेने से दिमाग के अंदर कुछ ना जाएगा। दिमाग में कुछ बीज बोना है तो, पहले उसे दिल में बसाना होगा। और अधिक जानने की इच्छा से उसको सींचते चले जाना होगा। किताबों को मजबूरी नहीं, जिम्मेदारी से पढ़ना होगा। हर ज्ञान की कहानी में खुद को डुबो, किरदारों के साथ अपना ताल मेल बिठाना होगा।