|

शक्ति


शक्ति...

शक्ति हमारे मन में है,

मन में उमड़ते विचारों में है।

विचारों से बनते लक्ष्यों में है,

लक्ष्यों को साधने के तरीकों में है।

हर तरीके में छुपे तर्कों में है,

तर्कों के पीछे की कहानियों में है।

कहानियों में छुपे रहस्यों में है,

रहस्यों को समझने की जिज्ञासाओं में है।

जिज्ञासा के पीछे छिपे ज्ञान की है,

ज्ञान को संचित करने की सद्बुद्धि में है।

बुद्धि को तेज करने के अभ्यास में है,

अभ्यास में बेहतर कर गुजरने की प्रेरणा में है।

प्रेरणा को शब्दों में उकेरने की कला में है,

कला को चाहने वालों के प्रेम में है।

शक्ति...तो प्रेम करने वालों के मन में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *