Spiritual वो सब कुछ, हम कुछ भी नहीं। ByPooja Arora October 12, 2022November 28, 2022 वो फूलों का राजा गुलाब ही सही, हम फूलों पर मंडराते भंवरे। वो चांद की चांदनी ही सही, हम चांदनी को तरसते अमावस की रातें। वो जग को नचाते नटराज ही सही, हम पैरों में उनके लिपटे घुंगरू ही सही। Like this:Like Loading... Related